• Govind Prakash Mishra
    Govind Prakash Mishra
Govind Prakash Mishra logo
    • Change PhotoChange photo
    • Create A Unique Profile PhotoCreate A Unique Profile Photo
  • Delete photo

Govind Prakash Mishra

  • 44 Followers

  • 55 Following

  • रक्षा बजट से उम्मीदें और आधुनिकीकरण की चुनौतियांरक्षा बजट से उम्मीदें और आधुनिकीकरण की चुनौतियां

    रक्षा बजट से उम्मीदें और आधुनिकीकरण की चुनौतियां

    ये वर्ष भारतीय सेना के लिए मुश्किल भरा रहा। चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत की हेलिकॉप्टर दुर्घटना में मौत ने देश को झकझोर कर रख दिया। पिछले कुछ वर्षों से पूर्वी और पश्चिमी सीमा पर लगातार तनाव बना हुआ हैं। चीन की विस्तारवादी नीतियों के कारण हिंद महासागर पहले कहीं अधिक संवेदनशील हो गया है।

    Govind Prakash Mishra
    Govind Prakash Mishra
  • गणतंत्र दिवस की रौशनी में अफस्पा का अवलोकनगणतंत्र दिवस की रौशनी में अफस्पा का अवलोकन

    गणतंत्र दिवस की रौशनी में अफस्पा का अवलोकन

    भारतीय गणतंत्र विश्व के लिए एक नमूना है। इसकी भौगोलिक और सांस्कृतिक विविधता दुनिया को हैरत में डाल देती हैं। बहुसांस्कृतिक संरचना के कारण पश्चिमी विचारक इसके अस्तित्व पर ही सवाल उठाते रहे हैं। कलकत्ता के पूर्व बिशप “जे.ई वेल्डन” ने 1915 में कहा था कि “जैसे ही आखरी ब्रिटिश सिपाही बंबई या कराची के बंदरगाह से रवाना होगा, हिंदुस्तान परस्पर विरोधी और नस्लीय समूह के लोगों की लड़ाई का अखाड़ा बन जाएगा। इसके साथ ही ग्रेट ब्रिटेन ने धीरे-धीरे, लेकिन जिस ठोस रूप से यहां एक शांतिप्रिय और प्रगतिशील सभ्यता की नींव रखी है, वह रातों रात खत्म हो जाएगी”।

    Govind Prakash Mishra
    Govind Prakash Mishra
  • नीड़ का निर्माण फिर-फिर : हर साल बसता है गांवनीड़ का निर्माण फिर-फिर : हर साल बसता है गांव

    नीड़ का निर्माण फिर-फिर : हर साल बसता है गांव

    बरसात खत्म हो चुका है। बागमती नदी अपना तांडव दिखा कर लौट चुकी है। घर बह चुके हैं, फसलों का नामों निशान नहीं बाकी है पर उम्मीद अब भी जिंदा है। कृपाल साहनी बड़े मनोयोग से बांस काट रहे हैं। पूछने पर हंसी में निराशा को छुपा कर बताते हैं “हमारी यही कहानी है हर बार हम घर बनाते हैं ताकि नदी उसे बहाकर ले जाए”।

    Govind Prakash Mishra
    Govind Prakash Mishra
  • क्या भारत-चीन करीब आ सकते हैं !क्या भारत-चीन करीब आ सकते हैं !

    क्या भारत-चीन करीब आ सकते हैं !

    लगभग डेढ़ साल से भारत और चीन की सीमा पर तनाव कायम है। लेकिन पिछले सप्ताह चीन ने भारत की जम कर तारीफ की। दरअसल चीन में इस वर्ष विंटर ओलंपिक और पैरालंपिक खेलों का आयोजन होना है। भारत ने चीन में विंटर ओलंपिक्स का समर्थन कर कई देशों को हैरान किया है। दूसरी तरफ अमेरिका और उसके सहयोगी देशों ने मानवाधिकार उल्लंघन के मामले को आधार बनाकर इस अंतरराष्ट्रीय खेल आयोजन के राजनयिक बहिष्कार करने का निर्णय लिया।भारत के इस समर्थन को लेकर चीन की सत्ताधारी कम्युनिस्ट पार्टी के मुख्य पत्र माने जाने वाले दैनिक ग्लोबल टाइम्स ने लिखा है कि “भारत के समर्थन से पता चलता है कि वो अमेरिका का स्वाभाविक सहयोगी नहीं है। चीन के साथ कई मसलों पर तनाव के कारण भारत हाल के वर्षों में अमेरिका के करीब हुआ है। अमेरिका की तरफ झुकाव के बावजूद भारत ने दिखाया है कि वो सभी क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय मामले में अमेरिका के साथ नहीं रह सकता है”। ग्लोबल टाइम्स ने आगे लिखा है कि “भारत अमेरिका का छोटा भाई नहीं बनना चाहता जैसे जापान और ऑस्ट्रेलिया है। भारत अपने दम पर ताकतवर बनना चाहता है”।पिछले कुछ वर्षों में भारत-चीन का संबंध टकराव पूर्ण रहा है पर दोनों देशों के कई मोर्चों पर साझे हित भी हैं।

    Govind Prakash Mishra
    Govind Prakash Mishra